प्रभाव जातक के वैवाहिक जीवन अथवा प्रेम संबंधों में
समस्याएं पैदा कर सकता है। महिलाओं की कुंडली में
शुक्र पर बुरे ग्रहों का प्रबल प्रभाव उनकी प्रजनन
प्रणाली को कमजोर कर सकता है तथा उनके
ॠतुस्राव, गर्भाशय अथवा अंडाशय पर भी
नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है जिसके कारण उन्हें
संतान पैदा करनें में परेशानियां आ सकतीं हैं। शुक्र
शारीरिक सुखों के भी कारक होते हैं तथा संभोग से
लेकर हार्दिक प्रेम तक सब विषयों को जानने के लिए
कुंडली में शुक्र की स्थिति महत्त्वपूर्ण मानी जाती
है।