टोटका
याददास्त कोई हौवा नही है,कि याद होता नही
है,और याद होता नही है तो पढाई बेकार हो जाती
है,परीक्षा में परिणाम नकारात्मक आता है,और
दिमाग का एक कौना मानने लगता है कि यह पढाई
बेकार है,इसे छोड कर कोई जीवन यापन का काम कर
लेना चाहिये,और इस बेकार के झमेले को छोड देना
चाहिये,लेकिन नही अगर वास्तव मे आपको पढने का
चाव है और आप चाहते है कि आपका परिणाम भी
उन्ही लोगों की तरह से आये जैसे कि ब्रिलियेंन्ट
बच्चों का आता है,तो इस टोटके को अंजवा
लीजिये।
शाम को खाना खा कर बायीं करवट ढाई घंटे के लिये