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धनतेरस विशेष

हिन्दू धर्म के सभी देवताओं के विशेष पर्व पर उनकी पूजा-अर्चना की जाती है। 
जैसे नवरात्र में देवी की, 
श्रावण मास मे भगवान शिव की, 
कार्तिक में लक्ष्मी-नारायण की, 
भाद्रपद में गणेश की, 
ठीक उसी तरह कार्तिक मास की तेरस को , दीपावली पर लक्ष्मी के साथ निधिपति राजाधिराज "कुबेर" की पूजा-अर्चना की जाती है।
 
इनकी पूजा से भक्तों की मनोकामना पूरी होकर धनपुत्रादि की प्राप्ति सहज ही मिल जाती है।

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धनतेरस 2018: आज इस विधि से करें पूजा, चमक जाएगी आपकी किस्मत

धनतेरस 2018: आज इस विधि से करें पूजा, चमक जाएगी आपकी किस्मत

धनतेरस 2018: आज इस विधि से करें पूजा, चमक जाएगी आपकी किस्मत

दिवाली से पहले धनतेरस पर पूजा का विशेष महत्व होता है और इस दिन धन और आरोग्य के लिए भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती हैं। इस दिन कुबेर की पूजा की जाती है। कहा जाता है कि इसी दिन भगवान धनवन्‍तरी का जन्‍म हुआ था जो कि समुन्‍द्र मंथन के दौरान अपने साथ अमृत का कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे और इसी कारण से भगवान धनवन्‍तरी को औषधी का जनक भी कहा जाता है। इस बार धनतेरस 5 नवंबर को है।

धनतेरस के दिन सोने-चांदी के बर्तन खरीदना भी शुभ माना जाता है इस दिन धातु खरीदना भी बेहद शुभ माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि भगवान धन्वंतरि की पूजा करने से किस्मत चमक जाती है।

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धनतेरस पूजन की सबसे सरल और प्रामाणिक विधि

 *  सबसे पहले मिट्टी का हाथी और धन्वंतरि भगवानजी का चित्र स्थापित करें। 

*  शुद्ध चांदी या तांबे की आचमनी से जल का आचमन करें। 

* श्रीगणेश का ध्यान व पूजन करें। 

* हाथ में अक्षत-पुष्प लेकर भगवान धन्वंतरि का ध्यान करें। 

* इस मंत्र से ध्यान करें : 

 

मंत्र :  देवान कृशान सुरसंघनि पीडितांगान

दृष्ट्वा दयालुर मृतं विपरीतु कामः 

पायोधि मंथन विधौ प्रकटौ भवधो

धन्वन्तरि: स भगवानवतात सदा नः 

ॐ धन्वन्तरि देवाय नमः 

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