एकाग्रता एवं समर्पण से ही कोई व्यक्ति मेधावी बनता है। मेधावी बनने के लिए सघन एकाग्रता की आवश्यकता होती है। न्यूटन ने कहा था,"यदि मैंने विज्ञान के क्षेत्र में कुछ भी हासिल किया है तो इसका सबसे ज्यादा श्रेय धर्यपूर्ण एकाग्रता को जाता है।"एकाग्रता सफलता का एक रहस्य है। दुनिया की सारी उपलब्धियां चाहे वह कला, विज्ञान, साहित्य या सैन्य क्षेत्र में हों, ये सभी एकाग्रता कीशक्ति पर आधारित हैं। एकाग्रता का मतलब है किसी व्यक्ति की सारी शारीरिक एवं मानसिक ऊर्जा का उस चीज पर टिक जाना जो उसे करना है या कर रहा है।इसके लिए आवश्यक है कि आप उन चीजों को अपने दिमाग से बाहर रखें जिनसे आपका सरोकार नहीं है। इस तर