दिनचर्या से जुड़े ये नियम सामान्य नियम न होकर ज्योतिषीय उपचारों के नियम हैं।.....पीड़ादायी ग्रहों का उपचार करने के लिए दो ही साधन प्रमुख हैं, इनमें पहला है दान और दूसरा है साधना। साधना किसी समय विशेष पर की जा सकती है, लेकिन दान का महत्व हर दिन है। दान का क्रम आगे बढऩे से पूर्वजन्म के कर्मों का बंधन भी ढीला होने लगता है और जातक क्रमश: अधिक सुखी होता जाता है। हर ग्रह से संबंधित उपचार पूर्व में ही तय हैं।
1:-सूर्य: करें काली गाय की सेवा
2:-चंद्र: बुजुर्गों का लें आशीर्वाद
3:-मंगल: भाइयों की करें सहायता
4:-बुध: घर में जमे कचरे को हटाएं