शत्रु मना जाता है।सूरज और शनि मे से जो ज्यादा
पावरफुल होगा उसकी स्थिति दूसरे से बढ़िया होगी
जैसे मान लो सूरज और शनि मे अग्र सूरज की स्थिति
हुई तो बेटा जब गर्भ मे आयगा बाप की स्थिति सही
होनी शुरू हो जाती है और जैसे जैसे बेटा बड़ा होता है
वैसे वैसे पिता की possition बढ़िया होती जाती है
पर बेटे की खुद की possition सही नहीँ rehti वो कोई
काम सही से नहीँ कर पाता समज मे उसकी खुद की
कोई possition नहीँ होती लोग उसको उसके बाप के
कारण जानते है और वह जातक जीवन मे तब तक
कामयाब नहीँ होता जब तक की उसके पिता जी