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महाकालेश्वर की दो अत्युत्कृष्ट साधनायें

महाकालेश्वर की दो अत्युत्कृष्ट साधनायें

महाकालेश्वर की दो अत्युत्कृष्ट साधनायें

महाकालेश्वर की दो अत्युत्कृष्ट साधनायें
श्री खड्गरावण महातन्त्र समस्त तन्त्र शक्ति के नाश
के लिए मारण प्रयोगों को नष्ट करने के लिए कृत्याद्रोह नाम के तन्त्र
उन्मूलन के लिए इस प्रयोग को किया जाता है I इससे तन्त्र के छ:
प्रकार के अभिचार कर्मों का नाश होकर
रक्षा की प्राप्ति होती है I
मन्त्र :
ॐ नमो भगवते पशुपतये ॐ नमो भूताधिपतये
ॐ नमो खड्गरावण लं लं विहर विहर सर सर नृत्य नृत्य
व्यसनं भस्मार्चित शरीराय घण्टा कपाल- मालाधराय
व्याघ्रचर्मपरिधानाय शशांककृतशेखराय कृष्णसर्प
यज्ञोपवीतिने चल चल बल बल अतिवर्तिकपालिने

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शराब छुडाने का टोटका

शराब छुडाने का टोटका

शराब छुडाने का टोटका

रविवार के दिन एक बोतल शराब ले लें । सर्वप्रथम
थोड़ी-सी शराब भैरव पर अर्पण करें । उसके बाद उस
बोतल को सात बार उस पीड़ित व्यक्ति के ऊपर से
उतार कर किसी को दान दे दें या फिर दिन ढले
किसी चौराहे पर, मरघट में या पीपल के पेड़ के नीचे रख
दें । आप परिस्थिति में तुरन्त सुधार अनुभव करेंगे ।शराब
का ब्रांड वाही हो जो वह व्यक्ति पीता हो |इस
टोटके से शराब छूटने की संभावना बनती है और
किसी नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव से अगर यह आदत है
तो लाभ की संभावना रहती है |

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सरकारी नौकरी के अन्य योग-

१०. यदी द्वितीयेश तथा दशमेश
की युती हो।
११. दशमेश केंद्र १, ४, ७, १० में या त्रिकोण ५, ९ वे भाव में हो।
१२. किसी भी केन्द्रेश का त्रिकोणेश से योग
हो।
१३. वृषभ लग्न की कुंडली में दशम भाव में
शनी तथा चतुर्थ भाव में गुरु हो।
१४. मकर लग्न की कुंडली में दशम भाव में
शुक्र, तथा उस पर
शनी की दृष्टी हो।
१५. वृषभ लग्न की कुंडली में दशम भाव में
शनी , तथा चतुर्थ भाव में शुक्र हो।
१६. वृश्चिक लग्न की कुंडली में मंगल
लग्न में हो।
१७. तुला लग्न की कुंडली में दशम भाव में
चन्द्र तथा चतुर्थ भाव में शुक्र हो।

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