Image: 

अंधेरे में झाड़ू लगाया तो नाराज हो जाएंगी लक्ष्मी

अंधेरे में झाड़ू लगाया तो नाराज
हो जाएंगी लक्ष्मी---महालक्ष्मी कृपा के लिए 3
झाड़ू किसी मंदिर में रख आएं
==============================
========================
झाड़ू वैसे तो बहुत सामान्य वस्तु है, लेकिन शास्त्रों में
इसका सीधा संबंध महालक्ष्मी की कृपा से
बताया गया है। झाड़ू हमारे घर से
गंदगी रूपी दरिद्रता को दूर करती है और साफ-सफाई
के रूप में महालक्ष्मी की कृपा दिलवाती है। जिस घर
साफ-सफाई होती है, वहां लक्ष्मी का वास होता है।
देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए घर के

Image: 

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार दूसरे विवाह को देखने के लिए

सप्तम स्थान का कारक यदि पापी ग्रह से युत अथवा नीच नवांश अथवा शत्रु नवांश अथवा अष्टमेश के नवांश में हो, तो भी जातक के दो विवाह होते हैं।
यदि सप्तमेश और एकादशेश साथ हों अथवा एक दूसरे पर दृष्टि रखते हों, तो जातक के कई विवाह होते हैं। प्रेम संबंध के योग: प्रेम संबंध पंचम भाव से देखा जाता है।
लग्नेश एवं पंचमेश का संबंध (चतुर्विध) प्रेम संबंध का द्योतक होता है।
पंचमेश तथा सप्तमेश की एकादश भाव में युति भी प्रेम संबंध को बढ़ावा देती है।

Image: 

ग्रह जनित रोगों का सामान्य विचार एवं ग्रहो द्वारा रोग विवरण

ग्रह जनित रोगों का सामान्य विचार एवं ग्रहो द्वारा रोग विवरण एवं रोग मुक्ति का ज्योतिषीय गणना से सम्भावित समय
रोगों में शारीरिक एवं मानसिक दोनों प्रकार के रोग आते हैं. इसके अतिरिक्त दुर्घटना इत्यादि का सम्बन्ध भी रोग एवं पीड़ा से होता है. रोगादि एवं शारीरिक पीड़ा का प्रारम्भ जन्म से ही हो जाता है. सामान्य रुप से कुंडली में ग्रहों की स्थितियों से रोगों के कारण निम्नलिखित हैं-
1. लग्न एवं लग्नेश का अशुभ स्थिति में होना.
2. चंद्रमा का क्षीण अथवा निर्बल होना अथवा चन्द्रलग्न में पाप ग्रहों का उपस्थित होना.

Pages

Subscribe to शुक्ला वैदिक ज्योतिष संस्थान RSS