Image: 

वेदान्त ज्ञानयोग की एक शाखा है

वेदान्त ज्ञानयोग की एक शाखा है जो व्यक्ति को ज्ञान प्राप्ति की दिशा में उत्प्रेरित करता है। इसका मुख्य स्त्रोत उपनिषद है जो वेद ग्रंथो और अरण्यक ग्रंथों का सार समझे जाते हैं। उपनिषद् वैदिक साहित्य का अंतिम भाग है, इसीलिए इसको वेदान्त कहते हैं। कर्मकांड और उपासना का मुख्यत: वर्णन मंत्र और ब्राह्मणों में है, ज्ञान का विवेचन उपनिषदों में। 'वेदान्त' का शाब्दिक अर्थ है - 'वेदों का अंत' (अथवा सार)।

Image: 

धर्म को वेदकाल से भी पूर्व का माना जाता है,

हिन्दू धर्म का इतिहास अति प्राचीन है। इस धर्म को वेदकाल से भी पूर्व का माना जाता है, क्योंकि वैदिक काल और वेदों की रचना का काल अलग-अलग माना जाता है। यहां शताब्दियों से मौखिक परंपरा चलती रही, जिसके द्वारा इसका इतिहास व ग्रन्थ आगे बढ़ते रहे। उसके बाद इसे लिपिबद्ध करने का काल भी बहुत लंबा रहा है। हिन्दू धर्म के सर्वपूज्य ग्रन्थ हैं वेद। वेदों की रचना किसी एक काल में नहीं हुई। विद्वानों ने वेदों के रचनाकाल का आरंभ ४५०० ई.पू.

Image: 

सूर्य एक माह के लिए कर गया मकर राशि में प्रवेश, इस राशि वालों को करेगा परेशान

आज से यानी की 14 जवनरी सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर गया है। जो कि इस राशि में 13 फरवरी तक रहेगा। इसके साथ ही यह अपने शत्रु राशि मिथुन, सिंह, तुला, मकर कुंभ और मीन को परेशान करेगा।  जिसके कारण इस राशि वाले जातकों को की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। फालतू खर्च होने से आपका दिमाग खराब और टेंशन होगी। लेन-देन और निवेश के मामलों में संभलकर रहें। नौकरीपेशा लोग कामकाज को लेकर लापरवाही न करें। लवलाइफ में पार्टनर से थोड़ा मनमुटाव हो सकता है। इसलिए कोई भी समस्या हो उसे आराम से हल करने की कोशिश करें। नहीं तो वह बड़ा रुप ले सकती है। ये भी पढ़े- 15 जनवरी को करें राशिनुसार ये काम, श्री गणेश बरसाएं

Pages

Subscribe to शुक्ला वैदिक ज्योतिष संस्थान RSS