विवाह में सात फेरे ही क्यों लेते हैं ? ★★★★★★★★★★★★ आखिर हिन्दू विवाह के दौरान अग्नि के समक्ष 7 फेरे ही क्यों लेते हैं? दूसरा यह कि क्या फेरे लेना जरूरी है ?
शनि न्याय के देवता हैं। वे सूर्य पुत्र एवं यमराज के भ्राता हैं। अपनी दशा साढ़ेसाती आदि में किए गए कर्म के भले या बुरे फल देते हैं। शनि महाराज की शांति या प्रसन्नता प्राप्त करने के लिए किए जाने वाले उपायों के अलावा निम्नलिखित उपाय करने से अपने दु:ख दूर किए जा सकते हैं। शनिवार के दिन तथा शनि अमावस्या के अवसर पर इन उपायों को करने से कई गुना ज्यादा फल प्राप्त होते हैं।
विवाह (Marriage)
सगाई(Engagement)
नामकरण(Naming ceremony)
मुंडन संस्कार (Tonsure ceremony)
नूतन गृह प्रवेश (New Log Home)
व्यापार प्रारंभ (Business start)
वाहन खरीदी (Vehicle Purchase)
मशीनरी खरीदी (Machinery bought)
सम्पति खरीदी (Property Purchase)
यात्रा मुहूर्त (Travel auspicious)
विजयी मुहूर्त (Triumphant moment)
स्थापना ( FOUNDATION)