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Now Gruru In Gochar

गुरु का सिंह राशि में प्रवेश 2015 आपकी राशियों को किस तरह प्रभावित करेगा सिंह राशि मे गुरू का प्रवेश ?
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14-07-2015 को प्रतापी एवं उदार ग्रह गुरू अपना पारगमन सूर्य की स्वामित्व वाली राशि सिंह के बीच से करने जा रहा है। गोचर का गुरू अपनी उच्च की राशि को छोड़ेगा अर्थात कर्क को छोड़कर सिंह में प्रवेश करेगा एवं 12-08-2016 तक निरंतर इस राशि में पारगमन करेगा।

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Shani Dev

शनि देव 2 नवंबर ,2014 से वृश्चिक राशि में प्रवेश ,मंगल की राशि वृश्चिक में शनि देव के प्रवेश से कई तरह के राजनीतिक, सामाजिक,आर्थिक , पारिवारिक और प्राकृतिक परिवर्तन देखने को मिलेंगे।
शनिदेव वृश्चिक राशि में ढाई वर्ष तक रहेंगे सूर्य पुत्र शनि और भूमि पुत्र मंगल की राशि वृश्चिक में जाने से कई उत्तर चढ़ाव होंगे
शनि देव मकर एवं कुंभ राशि के स्वामी है। यह तुला राशि में २० अंश उच्च तथा मेश राशि में २० अंश पर नीच यानि अशुभ माने गए है ।
शनि देव की मूल त्रिकोण राशि कुंभ है। शनि देव के- गुरु मित्र , चंद्र मंगल बुध शुक्र सम और सूर्य अधिशत्रु है ।

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Grah Aur Rog

ग्रह दोष से उत्पन्न रोग
ग्रह दोष से उत्पन्न रोग और उसके निवारण आदि की
जानकारी यहाँ प्रस्तुत कर रहे हैं साथ
ही उक्त ग्रह के दोष से मुक्ति हेतु अचूक टोटके
भी।
1. सूर्य : कुंडली में सूर्य के अशुभ होने पर पेट,
आँख, हृदय का रोग हो सकता है साथ ही
सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न होती है।
इसके लक्षण यह है कि मुँह में बार-बार बलगम इकट्ठा हो जाता
है, मुँह से थूक उड़ता रहता है आदि।
उपाय : ऐसे में ताँबा, गेहूँ एवं गुड का दान करें। प्रत्येक कार्य का
प्रारंभ मीठा खाकर करें। ताबें के एक टुकड़े को काटकर

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