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नवरात्र में देवी के नौ रूपों की विशेष पूजा का विधान है नवरात्र के प्रथम दिन माँ शैलपुत्री के रूप की पूजा की जाती है यदि आपका सूर्य अशुभ फल दे रहा हो सदैव हर काम में बाधा ही लगती हो तो कल की रात यानी 18 मार्च को माँ शैलपुत्री की आराधना करें सफलता की देवी माँ शैलपुत्री की कृपा से दुःख दरिद्रता का नाश होगा और सफलता ही सफलता मिलेगी रात में "वन्दे वांच्छितलाभाय चंद्रार्धकृतशेखराम् ।
वृषारूढ़ां शूलधरां शैलपुत्रीं यशस्विनीम् ॥"इस मंत्र का सम्पुट लगाकर दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से विशेष लाभ होता है
आज के दिन 'कुमारी' नाम की कन्या जो दो वर्ष की होती हैं दुःख और दरिद्रता का नाश,शत्रुओं का क्षय और धन,आयु की वृद्धि करती हैं,अस्तु ऐसी कन्या का पूजन अवश्य करें
माँ शैलपुत्री को सफ़ेद रंग अत्यधिक प्रिय है इसलिए सफ़ेद रंग का प्रयोग अवश्य करें गाय का दूध और घी मिश्रित खीर का भोग लगाएं