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गुरु का सिंह राशि में प्रवेश 2015 आपकी राशियों को किस तरह प्रभावित करेगा सिंह राशि मे गुरू का प्रवेश ?
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14-07-2015 को प्रतापी एवं उदार ग्रह गुरू अपना पारगमन सूर्य की स्वामित्व वाली राशि सिंह के बीच से करने जा रहा है। गोचर का गुरू अपनी उच्च की राशि को छोड़ेगा अर्थात कर्क को छोड़कर सिंह में प्रवेश करेगा एवं 12-08-2016 तक निरंतर इस राशि में पारगमन करेगा।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार सिंह के बीच से गुरू के पारगमन को सिंह गुरू के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार सिंह गुरू को किसी भी संदिग्ध गतिविधि या धार्मिक समारोह के लिए अशुभ माना जाता है। यह प्रभाव आपको 14.07.2015 से 12.08.2016 तक देखने को मिलेगा। यह महत्वपूर्ण ग्रहीय गतिविधि किस तरह व्यक्तिगत स्तर पर आपको प्रभावित कर सकती है हम को आगे बताने जा रहे हैं। इस ग्रहीय गतिविधि का प्रभाव अलग अलग राशियों पर देखने का प्रयास किया है।
सिंह गुरू का आपकी राशि पर प्रभाव
मेष
गुरू पारगमन मेष जातकों के लिए काफी अनुकूल है, विशेषकर शैक्षणिक महत्वाकांक्षाओं और योजनाओं हेतु। इस समय गुरू आपके शिक्षा से संबंधित घर के बीच से पारगमन कर रहा है, इसलिए आप शैक्षणिक क्षेत्र में अच्छे नतीजों की उम्मीद कर सकते हैं। छात्रों के लिए यह समय काफी उत्तम साबित हो सकता है। हालांकि, 10 जनवरी 2016 से उन सभी जातकों को अत्यंत सावधान रहने की जरूरत है, जो शिक्षा क्षेत्र से जुड़े हैं या पढ़ रहे हैं क्योंकि आपके शिक्षा संबंधित घर में गुरू के साथ राहु युति बनाएगा। राहु पारगमन काफी प्रतिकूल साबित हो सकता है, यदि आप ने उपरोक्त अवधि दौरान सावधानी न बरती। इस समय आपकी प्रगति की चाल प्रभावित हो सकती है एवं ध्यान इधर उधर भटक सकता है। जो जातक संतान प्राप्ति के लिए प्रयत्नरत हैं, उनको गुरू पारगमन के दौरान इस मामले में सक्रिय प्रयास करने के लिए हरी झंडी दे रहे हैं। हालांकि, महिला जातकों को इस समय दौरान रूटीन चेकअप के लिए जाना चाहिए, यदि उनका उपचार या चिकित्सकीय परामर्श चल रहा है।
वृषभ
गुरू आपकी राशि से चौथे भाव पर से पारगमन करेगा, यह भाव सुख सुविधा से जुड़ा हुआ है। जो जातक मास्टर डिग्री कर रहे हैं, उनके लिए समय अच्छा है एवं इम्तिहानों में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। हालांकि, यदि आप कर सकते हैं, तो आपको अपना फाइनल प्रोजेक्ट जुलाई 2015 और जनवरी 2016 के बीच सुपुर्द करना चाहिए, क्योंकि आप राहु के नकारात्मक प्रभाव से बचने में सफल हो सकते हैं। इसके अलावा, इस समय वृषभ जातकों को नया वाहन या घर खरीदने का सुनहरा अवसर मिल सकता है। आप इस ग्रहीय स्थिति का लाभ ले सकते हैं। इसके अलावा, जो जातक रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े हुए हैं या प्रोपर्टी संबंधित कार्य करते हैं, उनको 10/01/2016 से 09/05/2016 तक विशेष तौर पर सावधान रहने की जरूरत है।
मिथुन
गुरू आपकी राशि के तीसरे भाव से पारगमन करेगा। गुरू का सिंह के बीच से पारगमन आपकी राशि के लिए सामान्य रहेगा, हालांकि, हो सकता है कि गुरू ने आपको कर्क में रहते हुए काफी सुखद पलों का अनुभव करवाया हो। इस समय आपके जीवन में कुछ कम समय के सुखद आयोजन हो सकते हैं। कुल मिलाकर आपको इस समय के दौरान मिले जुले नतीजे मिलेंगे। कुछ कुछ मौकों पर नकारात्मक नतीजे मिल सकते हैं। फिलहाल, इस पारगमन के दौरान आपके लिए प्रवास काफी अनुकूल रहेगा। इस समय आपको अधिक यात्रा करने के अवसर मिल सकते हैं, जो आपको व्यस्त रख सकते हैं।
कर्क
14 जुलाई 2015 के बाद से गुरू आपकी राशि को छोड़कर सिंह में प्रवेश करेगा, जो आपकी राशि से दूसरा घर है एवं यह परिवार एवं संपत्ति से जुड़ा हुआ है। इसलिए गुरू का यह पारगमन कर्क जातकों के लिए काफी फायदेमंद साबित होने जा रहा है, विशेषकर जनवरी 2016 तक, क्योंकि बाद में राहु गुरू के साथ युति में होगा। आप अच्छे वित्तीय लाभों क उम्मीद कर सकते हैं एव परिवार की खुशी के लिए धन खर्च करेंगे। 31 जनवरी 2016 के बाद से आपको काफी सतर्क रहने की जरूरत है। आपको अपनी बोल चाल पर विशेष ध्यान रखना होगा, अन्यथा आपके व्यवहार के कारण किसी को मानसिक तौर पर पीड़ा पहुंच सकती है। सावधान रहें, क्योंकि इस समय दौरान आप कुछ गलत लोगों की संगत में आ सकते हैं। वित्तीय मामलों में भ्रम की संभावनाएं बहुत अधिक हैं।
सिंह
गुरू आपकी राशि के बीच से पारगमन रहा है, जो स्वाभाविक तौर पर आपके लिए एक अच्छी ख़बर है। इसके अलावा गुरू आपके शिक्षा, विवाह एवं भाग्य से संबंधित भाव पर नजर डाल रहा है। विवाह योग्य जातकों की विवाह संबंधी बात आगे बढ़ेगी या शहनार्इ बज सकती है। सिंह महिला जातक इस पारगमन दौरान गर्भधारण कर सकती हैं या इस मामले में इच्छुक महिला जातकों को सकारात्मक नतीजे मिल सकते हैं। सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाने के लिए आपको अभी से शिवलिंग पंचामृत अभिषेक करना शुरू कर देना चाहिए। शिवलिंग की पूजा आराधना करने से आपको निकट भविष्य में ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव से बचने मदद मिलेगी क्योंकि 31 जनवरी 2016 के बाद से नकारात्मक ग्रह राहु गुरू के साथ युति में होगा, जो आपके स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकता है। हालांकि, उससे पहले का समय आपके लिए काफी अनुकूल है एवं उसका भरपूर फायदा उठाएं।
कन्या
गुरू आपकी राशि से बारहवें स्थान में पारगमन करेगा, जो नुकसान, विदेशी मामलों, धार्मिक उद्देश्य के लिए होने वाले खर्च से जुड़ा हुआ है। जो कन्या जातका विदेश जाने के इच्छुक हैं, उनको जनवरी 2016 से पहले प्रयास करने चाहिए, क्योंकि इस समय सफलता मिलने की संभावनाएं प्रबल हैं। इसके अलावा इस समय आप किसी धार्मिक स्थल की यात्रा या घर पर धार्मिक समारोह आयोजित करने संबंधी विचार सकते हैं। जो जातक नौकरी या अपने करियर क्षेत्र को बदलना चाहते हैं, उनको इस समय का लाभ लेने के लिए तैयार रहना चाहिए। इसके अलावा जातकों को किसी अन्य स्थल पर जाने के लिए भी तैयार रहना होगा। हालांकि, बहुत सारी बातें आपकी जन्म कुंडली की ग्रह स्थितियों पर निर्भर करेगी,क्योंकि हर जन्म कुंडली अलग होती है।
तुला
गुरू अपना राशि परिवर्तन करते हुए सिंह में प्रवेश कर रहा है, जो आपकी राशि से ग्यारहवां घर है। यह घर लाभ, आशापूर्ति, मैत्री, सुरक्षा, बीमारी या मुसीबत से वापसी इत्यादि से जुड़ा हुआ है। तुला जातकों को खुश होना चाहिए क्योंकि गुरू का सकारात्मक पारगमन उनके जीवन में प्रसन्नता, स्मृद्धि एवं उल्लास लेकर आएगा। आप शैक्षणिक एवं वित्तीय मामलों में सकारात्मक प्रदर्शन की उम्मीद कर सकते हैं। जो जातक अपनी पढ़ार्इ के आगे बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए समय अनुकूल है। इसके अलावा गुरू सन्तति / बच्चे / रचनात्मकता के घर से जुड़े हुए भाव पर दृष्टि डाल रहा है। यदि आप प्रजनन मामले में समस्या से जूझ रहे हैं, तो इस समय आपकी समस्या खत्म हो सकती है। हालांकि, राहु एवं गुरू की युति से पहले पहले आपको गुरू की कृपा का लाभ उठाना होगा, जो जनवरी 2016 तक आप पर बनी रहेगी।
वृश्चिक
गुरू आपकी राशि के दसवें घर से पारगमन कर रहा है, जो घर भाग्य एवं पेशे से जुड़ा हुआ है। इस समय आपको पेशेवर जीवन में काफी अच्छे अवसर मिल सकते हैं। वृश्चिक जातक इस समय पेशेवर जीवन में कुछ नया करने पर विचार कर सकते हैं। यह पारगमन आपके करियर संबंधी दृष्टिकोण को पूर्ण से बदलने वाला साबित हो सकता है एवं आप पेशेवर जीवन में इस समय उल्लेखनीय प्रगति कर सकते हैं। जो व्यवसायी जातक हैं, वो इस समय अपने उत्पादों की संख्या में वृद्धि कर सकते हैं। हालांकि, वृश्चिक जातकों को शनि पारगमन के कारण कुछ स्वस्थ्य संबंधित समस्याएं आ सकती हैं।
धनु
गुरू आपकी राशि से नौवें स्थान में पारगमन करेगा, जो घर भाग्य से जुड़ा हुआ है। यह पारगमन धनु जातकों के लिए काफी अच्छा साबित होने वाला है। गुरू आपकी राशि का स्वामी है। इसलिए आप उम्मीद कर सकते हैं कि आपको इस समय काफी नए अवसर मिल सकते हैं। इस समय धनु जातकों को प्रवास करने के काफी मौके मिलेंगे एवं उनको प्रवास में मजा भी आएगा। आप किसी धार्मिक स्थल की यात्रा पर जा सकते हैं। हालांकि, आपको जनवरी 2016 के बाद काफी ध्यान रखने की जरूरत रहेगी, क्योंकि राहु आपकी राशि के स्वामी गुरू के साथ सिंह राशि में युति बनाएगा।
मकर
गुरू आपकी राशि से आठवें स्थान में पारगमन करेगा। यह घर अवरोधों के साथ जुड़ा हुआ है। इस समय आपके खर्चों में वृद्धि हो सकती है। आपको सलाह हैं इस समय नए प्रोजेक्टों को शुरू या किसी जगह बड़ा निवेश करने से बचें क्योंकि इस समय आपके धन के फंसने की संभावनाएं बहुत अधिक हैं। इस समय किसी से उधार धन लेने से बचें क्योंकि आपको उधार लौटाने में काफी मुश्किल परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। कुल मिलाकर कहें तो मकर जातकों के लिए गुरू पारगमन अधिक अनुकूल नहीं है। आपको गुरू की सकारात्मक शक्ति की प्राप्ति हेतु मां दुर्गा का जाप करना चाहिए। इसके अलावा आप अपने धर्म गुरू की उपासना भी कर सकते हैं। आपको पुखराज रत्न धारण करना चाहिए एवं यह लगभग चार कैरेट से बड़ा होना चाहिए तथा सोने में धारण करें। इससे आपके जीवन में प्रसन्नता एवं स्मृद्धि दोनों आएंगी।
कुंभ
गुरू आपकी राशि से सातवें घर में पारगमन करने जा रहा है। यह घर हिस्सेदारी, विवाह एवं संबंधों से जुड़ा हुआ है। शादी के इच्छुक अविवाहित जातकों को मुस्कराना चाहिए, क्योंकि उनके लिए यह समय काफी अनुकूल है। यदि किसी जातक की विवाह संबंधी बात अटकी हुर्इ है, तो इस समय सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल सकती है। कुंभ पुरुष अविवाहित जातकों को अरका विवाह पूजन विधि संपन्न करनी चाहिए, यदि उनके विवाह संबंधित मामलों में निरंतर अवरोध आ रहे हैं। जबकि महिला जातक कुंभी विवाह विधि करवा सकती हैं। इससे विवाह की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। कुल मिलाकर विवाह संबंधित मामलों के लिए गुरू पारगमन काफी अच्छा है। इसलिए आपको इसका फायदा लेना चाहिए।