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सुपर ब्लड मून 20 और 21 जनवरी को लगेगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण तो होगा ही साथ ही यह सुपर ब्लड मून और वूल्फ मून भी होगा। हालांकि यह भारत में दिखाई नहीं देगा। Super Blood Wolf Moon: Timings: पूर्ण चंद्र ग्रहण 21 जनवरी को पूर्वान्ह 2:36 UTC (Universal Time Coordinated) पर शुरू होगा जो कि 7:52 UTC (Universal Time Coordinated) तक रहेगा। यह वेस्टर्न हेमीस्फेयर में दिखाई देगा। नोर्थ अमेरिका, सेंट्रल अमेरिका और साउथ अमेरिका में दिखाई देगा। भारत, ऑस्ट्रेलिया में यह ग्रहण नहीं दिखाई देगा। हालांकि ज्योतिषियों की मानें तो यह भारत में दिखाई नहीं देगा इसलिए इसका भारत में असर नहीं है। फिर भी सूतक काल का ध्यान रखना चाहिए। ज्योतिषियों के अनुसार ग्रहण का सूतक 20 जनवरी की रात 9 बजे से ही शुरू हो जाएगा। इस दौरान भगवान के मंत्रों का जाप करना उत्तम रहता है। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए।
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं जरूर ध्यान रखें ये बातें
साल 2019 का सबसे बड़ा चंद्रग्रहण सोमवार 21 जनवरी को पड़ेगा। भारतीय समयानुसार यह ग्रहण दिन में होगा इसलिए यहां दिखाई नहीं देगा, लेकिन इसका ज्योतिषीय असर जरूर रहेगा।
माना जाता है कि किसी भी ग्रहण असर सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाओं पर होता है। क्योंकि ग्रहण के वक्त वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा काफी ज्यादा रहती है। ज्योतिषाचार्यों द्वारा ग्रहण काल के दौरान गर्भवती स्त्रियों को घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है। बाहर निकलना जरूरी हो तो गर्भ पर चंदन और तुलसी के पत्तों का लेप कर लें। इससे ग्रहण का प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर नहीं होगा। ग्रहण काल के दौरान यदि खाना जरूरी हो तो सिर्फ खानपान की उन्हीं वस्तुओं का उपयोग करें जिनमें सूतक लगने से पहले तुलसी पत्र या कुशा डला गया हो। गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान चाकू, छुरी, ब्लेड, कैंची जैसी काटने की किसी भी वस्तु का प्रयोग न करें। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के अंगों पर बुरा असर पड़ सकता है। इस दौरान सुई धागे का प्रयोग भी वर्जित है। ग्रहण काल के दौरान भगवान का नाम लेने के अलावा कोई दूसरा काम न करें।
ग्रहण काल में रखें ये सावधानियां -
- ग्रहणकाल में प्रकृति में कई तरह की अशुद्ध और हानिकारक किरणों का प्रभाव रहता है। इसलिए कई ऐसे कार्य हैं जिन्हें ग्रहण काल के दौरान नहीं किया जाता है।
- ग्रहणकाल में अन्न, जल ग्रहण नहीं करना चाहिए।
- ग्रहणकाल में स्नान न करें। ग्रहण समाप्ति के बाद स्नान करें।
- ग्रहण को खुली आंखों से न देखें। हालांकि चंद्र ग्रहण देखने से आंखों पर कोई बुरा असर नहीं होता।
- ग्रहणकाल के दौरान गुरु प्रदत्त मंत्र का जाप करते रहना चाहिए।
- इस आलेख में दी गई जानकारियां धार्मिक आस्थाओं और लौकिक मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।