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परिवार , जीवन में सुख शान्ति के उपाय / टोटके
शादी दो आत्माओं का मिलन है इस पवित्र बंधन में स्त्री और पुरुष अपने अपने धर्म, समाज को साक्षी मानकर जीवन भर साथ निभाने के लिए बंधते है इसमें किसी भी प्रकार अवरोध ना केवल उन दोनों के लिए ही वरन उनके पूरे परिवार के लिए भी दुखद साबित होता है । इस संसार में हर व्यक्ति चाहता है की उसका दाम्पत्य जीवन बहुत ही सफल हो , पति पत्नी के मध्य बहुत ही मधुर सम्बन्ध बने रहे और हर मनुष्य के घर में उस परिवार के सभी सदस्यों के बीच प्रेम और आपसी सौहार्द चिरकाल तक विद्यमान रहे , लेकिन आज की भागदौड़ , कड़ी प्रतिस्पर्धा भरी जिन्दगी में संबंधो के बीच दूरियां बडती जा रही है परिवार बिखर रहे है और जो साथ भी है उनमे कहीं न कहीं अहम् का भाव हावी होता जा रहा है, घर में माता - पिता / बड़े बुजुर्गो को उचित मान सम्मान नहीं मिल पा रहा है .... और यह सत्य है की यदि पारिवारिक वातावरण अच्छा नहीं है, परिवार के सदस्यों में मतभेद है , कलह है तो व्यक्ति हमेशा मानसिक रूप से आशान्त ही रहेगा , पारिवारिक सुख के आभाव में उसका हर सुख अधुरा ही रहेगा । हम यहाँ पर कुछ ऐसे महत्वपूर्ण नियम / उपाय बता रहे है जिनका पालन करके हमारे परिवार हमारे दाम्पत्य जीवन में अवश्य ही खुशियाँ भरी रहेंगी ।
1. कन्या के सुखी विवाहिक जीवन के लिए विवाह के पश्चात् जब कन्या की विदाई होने वाली हो तो किसी पीले रंग के धातु के लोटे में गंगाजल लेकर,उसमें थोडी सी पिसी हल्दी मिलाएं फिर एक तांबे का सिक्का उस लोटे में डालकर कन्या के ऊपर से 7 बार उतार कर उसके आगे गिरा दें, कन्या का विवाहिक जीवन सुखमय रहेगा ।
2. यदि कन्या विवाह के चार दिन पूर्व साबुत हल्दी की ७ गांठे, पीतल के ३ सिक्के, थोडा सा केसर, गुड और चने की दाल इन सबको एक पीले वस्त्र में बाँधकर अपनी ससुराल की दिशा में उछाल दे तो उसको अपने पति और ससुराल के अन्य सभी सदस्यों का सदैव भरपूर प्यार मिलेगा।
3. यदि कोई कन्या विदाई के बाद अपने ससुराल में प्रवेश करने से पहले चुपचाप मेहंदी में मिले हुए साबुत उडद गिरा दे और फिर प्रवेश करे तो उसका दाम्पत्य जीवन सदा सुखमय रहेगा , उसकी अपने पति और ससुराल के अन्य सदस्यों से सदैव अच्छे सम्बन्ध बने रहेंगे ।
4. घर में रोज या सप्ताह में एक बार नमक मिले पानी का पोछा अवश्य लगवाये ।
5. यदि घर में पत्नी अपने हाथों में कम से कम २ सोने की या पीली चूड़ी पहने तो भी दाम्पत्य जीवन में प्रेम और घर में सुख बना रहता है ।
6. जहाँ तक संभव हो मंगलवार , ब्रहस्पतिवार और शनिवार को घर का कोई भी सदस्य न तो नाखून, बाल काटें , और ना ही शेव बनाये , इसके अतिरिक्त ब्रहस्पतिवार और शनिवार को घर में कपडे भी ना धोएं , नहाते हुए सर को गीला ना करें और बालों में तेल भी कतई ना लगायें ।
7. यदि व्यक्ति सुबह नाश्ते में पत्नी या माँ के द्वारा केसर मिश्रित दूध का सेवन करें और काम में जाते समय नियमपूर्वक उनके हाथ से जबान में केसर लगाये और थोड़ी सी चीनी खाए तो घर में सदैव सुख शांति और आर्थिक सम्रद्धि बनी रहती है ।
8. यदि घर में क्लेश रहता है घर के सदस्यों में मतभेद रहते है तो घर में आटा शनिवार को ही पिसवाएं या खरीदे और साथ ही १०० ग्राम पिसे काले चने भी लें जो उस आटे में मिला दें जल्दी ही स्थिति में सुधार होते हुए देखेंगे ।
9. जब भी घर में खाने पीने की कोई वास्तु (मिठाई , फल आदि ) आयें तो सबसे पहले भगवान को भोग लगायें फिर घर के बड़े बुजुर्गो और बच्चों को देकर ही पति पत्नी उस वस्तु का सेवन करें , यह बहुत ही चमत्कारी और परखा हुआ उपाय है बुजुर्गो के आशीषों और बच्चों के खुशियों से घर में सर्वत्र हर्ष , शुभता का वातावरण बनेगा और उस घर में कभी भी अन्न और धन की कमी नहीं रहेगी ।
10. यदि घर में पति पत्नी में मतभेद होते है तो 11 गोमती चक्रों को लाल रंग की सिंदूर की डिब्बी में रखकर घर में रखें तो उनके बीच के सभी प्रकार के क्लेश दूर हो जाएंगे।
11. यदि परिवार के सदस्यों में आये दिन झगड़े होते हों, परिवार में कलह हो तो परिवार का मुखिया रात्रि को अपने पलंग के नीचे एक लोटा जल रख दे और रविवार को छोड़कर सुबह स्नान, घर की पूजा के बाद "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:" मन्त्र का जाप करते हुए वह जल पीपल को चढ़ायें। इससे परिवार में कलह दूर होती है, घर में प्रेम और शान्ति का वातावरण बनता है ।
12. अपने घर में जूते चप्पल रखने का स्थान सुनिश्चित करें । घर में जूते चप्पल इधर उधर बिखेरकर या उलटे करके नहीं रखने चाहिए । इससे घर में कलह होती है , घर के मुखिया को मानसिक तनाव बना रहता है ।
13. यदि किसी के घर में सदैव कलह बनी रहती हो तो घर के मुख्य द्वार पर बाहर की ओर श्वेतार्क गणपति (सफेद आक के गणेश) का पौधा लगाकर उसकी देखभाल करें। इसे लगाने से घर में सुख-शांति बनी रहेगी।
14. जिस घर में रोटी बनाते समय तवा गर्म होने पर पहले उस पर ठंडे पानी के छींटे डालकर फिर रोटी बनायीं जाती है उस घर से कलेश दूर दूर रहता है , घर के सदस्यों के मध्य प्रेम भाव बना रहता है ।
15. यदि तमाम प्रयासों के बावजूद भी घर के सदस्यों के मध्य तालमेल का आभाव हो, घर में कलह रहती हो तो घर में निश्चित ही दूटा बर्तन, टूटा काँच / शीशी , पुराना टूटा जंग खाया अनुपयोगी लोहा आदि होगा उसे शीघ्र ही घर से बाहर करें, घर के सदस्यों के आपसी सम्बन्धो में सुधार होने लगेगा